000 | 00880nam a2200193Ia 4500 | ||
---|---|---|---|
003 | OSt | ||
005 | 20220630165428.0 | ||
008 | 220128s9999 xx 000 0 und d | ||
020 | _a9788190694353 | ||
040 | _cCUS | ||
082 |
_a891.43109 _bVIT/M |
||
100 |
_aविठ्ठल, चपले साईनाथ _96175 |
||
245 | 0 | _aमिथक का काव्यात्मक आख्यान | |
260 |
_aदिल्ली: _c2009. _bशिल्पायन, |
||
300 | _a120p. | ||
505 | _a1.मिथल अवधारणा और स्वरूप 2.धर्मवीर भारती और अरविदाक्षन की रचनात्मक चेतना का विकास 3.कनुप्रिया और बास का टुकड़ा की मूल संवेदना | ||
942 |
_2ddc _cWB16 _02 |
||
947 | _a175 | ||
999 |
_c210161 _d210161 |