जैन, अरविन्द

औरत अस्तित्व और अस्मिता: महिला लेखन का समाजशास्त्र अध्ययन - [नई दिल्ली]: [राजकमल प्रकाशन], 2013. - 215

1.हमारी भूमिका
2.वस्तु से व्यक्ति बनती औरत
3.कौमामॅ की अग्नि-परीक्षा
4.परम्परा, पूंजी और पहचान का आत्मसंघषॅ

305.4 / JAI/A