मिथक का काव्यात्मक आख्यान
विठ्ठल, चपले साईनाथ
मिथक का काव्यात्मक आख्यान - दिल्ली: शिल्पायन, 2009. - 120p.
1.मिथल अवधारणा और स्वरूप
2.धर्मवीर भारती और अरविदाक्षन की रचनात्मक चेतना का विकास
3.कनुप्रिया और बास का टुकड़ा की मूल संवेदना
9788190694353
891.43109 / VIT/M
मिथक का काव्यात्मक आख्यान - दिल्ली: शिल्पायन, 2009. - 120p.
1.मिथल अवधारणा और स्वरूप
2.धर्मवीर भारती और अरविदाक्षन की रचनात्मक चेतना का विकास
3.कनुप्रिया और बास का टुकड़ा की मूल संवेदना
9788190694353
891.43109 / VIT/M