कविता का लोकतंत्र

कश्यप, अभिषेक

कविता का लोकतंत्र - दिल्ली अक्षर शिल्पी, 2018. - 196p.

रमणिका गुप्ता की कविताओं का मूल्यांकन

1.कविता में जीवन और जीवन में कविता का फर्क
2.सृजन की उचाइयॉ
3.मुक्ति की आकांक्षा का सृजन
4.न हारने की जीद

8190377531

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