रामचंद्र शुक्ल रचनावली; v.5
सिंह, नामवर
रामचंद्र शुक्ल रचनावली; v.5 - नई दिल्ली: राजकमल प्रकाशन, 2016 - 295p.
1. रसमीमांसा
काव्य के विभाग
काव्य का लक्ष्य
ध्वनि
प्रस्तुत रूपविधान
2. रस विषयक अन्य निबन्ध
साधारणीकरण और व्यक्ति वैचित्र्यवाद
9788126729203
891.4309 / SIN/R
रामचंद्र शुक्ल रचनावली; v.5 - नई दिल्ली: राजकमल प्रकाशन, 2016 - 295p.
1. रसमीमांसा
काव्य के विभाग
काव्य का लक्ष्य
ध्वनि
प्रस्तुत रूपविधान
2. रस विषयक अन्य निबन्ध
साधारणीकरण और व्यक्ति वैचित्र्यवाद
9788126729203
891.4309 / SIN/R