प्रतिनिधि व्यंग्य
परसाई, हरिशंकर
प्रतिनिधि व्यंग्य - नई दिल्ली: राजकमल प्रकाशन, 2021 - 147p.
1.घायल वसन्त
2.पहला सफ़ेद बाल
3.राम का दुख और मेरा
4.अन्न की मौत
5.लिट्रेचर ने मारा तुम्हें
9788126702343
कहानियॉ
891.433 / PAR/P
प्रतिनिधि व्यंग्य - नई दिल्ली: राजकमल प्रकाशन, 2021 - 147p.
1.घायल वसन्त
2.पहला सफ़ेद बाल
3.राम का दुख और मेरा
4.अन्न की मौत
5.लिट्रेचर ने मारा तुम्हें
9788126702343
कहानियॉ
891.433 / PAR/P